Vigyan Dhara Scheme : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा 24 अगस्त 2024 को कैबिनेट बैठक के द्वारा देश के भविष्य के लिए बहुत सी योजनाएं संचालित की गई है। जिसमें से एक विज्ञान धारा योजना भी है, इस योजना की माध्यम से केंद्र सरकार के द्वारा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी को बल दिया गया है। जिससे कि इस योजना के प्रभाव से विज्ञान के क्षेत्र में प्रसार हो सकेगा।

दरअसल इस योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा तीन योजनाओं को सम्मिलित किया गया है, जिससे विज्ञान धारा एकीकृत विलय योजना बन गई है। जिसके माध्यम से सरकार विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी क्षेत्र में अधिकतम व्यय करेगी। इससे देश को रिसर्च सेंटर मिल सकेंगे, इसी के साथ विद्यार्थियों को भी इस योजना से जोड़ा जाएगा। जिससे निम्न शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा के छात्र रिसर्च क्षेत्र में जा सकेंगे। इस लेख में हम आपको विज्ञान धारा योजना से संबंधित सभी महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में बताने वाले हैं।
Vigyan Dhara Scheme क्या है?
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में एक कैबिनेट मंत्री बैठक का गठन किया गया जिसमें विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विज्ञान धारा योजना को मंजूरी दी गई है। दरअसल इस योजना के माध्यम से सरकार 11वीं एवं 12वीं के छात्रों को रिसर्च इंटर्नशिप से संबंधित करेगी। इसी के साथ स्नातक स्नाकोत्तर एवं पीएचडी धारक भी रिसर्च इंटर्नशिप का लाभ ले पाएंगे। इससे विज्ञान के क्षेत्र में रिसर्च की दर बढ़ेगी। जिससे कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का अधिकतम विकास होगा।
इसी के साथ आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सरकार द्वारा इस योजना के कार्यान्वयन हेतु 10,579.84 करोड़ रुपए का बजट पास किया गया है। इसके माध्यम से इस योजना का भलीभांति संचालन हो सकेगा। इसी के साथ विज्ञान धारा योजना एकीकृत होने के कारण विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के सभी क्षेत्रों में एक प्रकार से वृद्धि देखने को मिलेगी।
विज्ञान धारा योजना में एकीकृत योजनाएं
भारत सरकार के द्वारा विज्ञान धारा योजना में तीन योजनाओं का सम्मिलित किया गया है। जिससे कि यह विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एकीकृत विलय योजना है। इस योजना में शामिल तीनों योजना के बारे में नीचे दिया गया है –
- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से जुड़े संस्थान एवं मानव क्षमता का विकास
- रिसर्च डेवलपमेंट एवं नवाचार
- प्रौद्योगिकी विकास एवं भलीभांति कार्यान्वयन
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विज्ञान धारा योजना का उद्देश्य
विज्ञान धारा योजना का उद्देश्य देश के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी क्षेत्र में विकास करना है। जिससे कि देश का विकास विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र हो सके। इसके लिए सरकार प्रौद्योगिकी संस्थानों को आर्थिक रूप से सहायता प्रदान करेगी। जिससे कि रिसर्च धारकों को अधिकतम सुविधा प्राप्त हो सके। इसी के साथ-साथ मानव क्षमता के लिए भी सरकार प्रयत्नशील है।
इसी के साथ आपको बता दें की इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सबसे बेहतर बनाना है, जिससे कि देश अन्य देशों के मुकाबले विज्ञान के क्षेत्र में आगे बढ़ सके। इसी के साथ इस योजना के लाभ से इच्छुक छात्रों और रिसर्च धारकों को नई उड़ान मिल सकेगी।
विज्ञान धारा योजना की विशेषताएं
- इस योजना के माध्यम से विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से संबंधित तीन योजनाओं को एक योजना में विलय करके एकीकृत किया गया है।
- इस एकीकृत विलय योजना तथा विज्ञान धारा योजना के माध्यम से 11वीं एवं 12वीं के छात्रों को रिसर्च इंटर्नशिप का मौका मिलेगा।
- इससे रिसर्च धारकों को रिसर्च करने का अवसर प्राप्त होगा और सरकार द्वारा सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी।
- इससे विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में देश की गति तेजी से बढ़ेगी।
- केंद्र सरकार के द्वारा विज्ञान धारा योजना का संचालन करने के लिए इस योजना के माध्यम से 579.84 करोड़ रुपए का बजट पास किया गया है।
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विज्ञान धारा योजना से देश के भविष्य पर प्रभाव
विज्ञान धारा योजना के माध्यम से देश को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी क्षेत्र में गति मिलेगी। जिससे कि देश विज्ञान के क्षेत्र में बेहतर बन सकेगा। इसी के साथ साथ नई-नई रिसर्च हो सकेंगी, जिससे की नई टेक्नोलॉजी आने की संभावनाएं बढ़ेगी। जिससे कि देश का विज्ञान के क्षेत्र में विकास हो सकेगा।
इसी के साथ-साथ इस योजना के माध्यम से स्कूल एवं कॉलेज के छात्रों को विज्ञान क्षेत्र में रिसर्च करने की अवसर प्राप्त होगा एवं इंटर्नशिप भी कर सकेंगे। जिससे रिसर्च दर में बढ़ोतरी होगी और देश के पास विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से संबंधित अधिकतम रिसर्च रिजल्ट होंगे।
विज्ञान धारा योजना का महत्व
देश के विकास के लिए विज्ञान धारा योजना का बहुत बड़ा महत्व है। इस योजना के माध्यम से विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी क्षेत्र में क्रांति आने की संभावना है, क्योंकि यह एक क्रांतिकारी योजनाओं में से एक बन सकती है। इसका सबसे बड़ा कारण इस योजना में विज्ञान से संबंधित तीन योजनाओं का विलय होना है। इसीलिए विज्ञान धारा योजना विज्ञान प्रौद्योगिकी पर सबसे अधिक बल से कार्य करेगी।
इसी के साथ विज्ञान क्षेत्र में झुकाव रखने वाले छात्रों को शुरुआती दौर में ही रिसर्च संबंधित मौका मिल जाएगा। जिससे कि वह अपनी रुचि को योजना के लाभ से और अधिक बढ़ा सकेंगे।

रविंद्र सिंह, एक अनुभवी कंटेंट राइटर और मुख्य संपादक हैं, जिनके पास 6 वर्षों का कंटेंट राइटिंग का अनुभव है। उन्होंने स्नातक की पढ़ाई की है और क्रिकेट खेलना तथा किताबें पढ़ना उनकी रुचि है। वर्तमान में, वह bshb.in में मुख्य संपादक के रूप में कार्यरत हैं।